
हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री स्वतन्त्र देव सिंह ने मंगलवार को कनखल में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीन भीमगोडा बैराज से छोड़े जा रहे जल के स्तर और अन्य कई मुद्दों को लेकर चर्चा की। जगद्गुरु ने दो टूक में कहा कि धर्मनगरी के स्वरूप को संरक्षित करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों की है। हरिद्वार मूल रूप से अविरल बहकर जगत का तारण करने वाली मां गंगा से प्रसिद्धी प्राप्त करता है। गंगा की धारा और इसकी अविरलता बनीं रहे, इसके लिए दोनों राज्यों को सतत प्रयास करना होगा
उन्होंने कुंभ मेला क्षेत्र के लिए आरक्षित भूमि को अतिक्रमण मुक्त रखने और इसके सौंदर्यकरण के लिए सुझाव भी दिए। जगद्गुरु ने कहा कि आज प्रयागराज में जिस दिव्यता और भव्यता के साथ कुंभ या महाकुंभ संपन्न हो रहा है वह सदियों की सोच के तहत है। वहीं मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीन गंगनहर और इसकी पटरियों पर तमाम तरह के अतिक्रमण की शिकायतें मिली हैं। जहां भी अतिक्रमण हटेगा वहां पर तत्काल तारबाड़ या बाउंड्री कराई जाएगी। भीमगोडा बैराज से इन दिनों जल स्तर ज्यादा छोड़े जाने के चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह बाढ़ की स्थिति से निटपने के लिए तत्पर है। इसमें राहत और बचाव कार्य के साथ ही उन क्षेत्रों में राहत पहुंचाई जा रही है।