
विजय सुब्रह्मण्यम
हरिद्वार: सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित रामेश्वर आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर बाल संत 1008 स्वामी रामेश्वर सरस्वती महाराज ने प्रयागराज महाकुंभ के समापन के उपरांत ऑस्ट्रेलिया में रामेश्वर शिवालय के भूमि पूजन के लिए हरिद्वार से प्रस्थान किया।
स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए कहा, “हमारी संस्कृति और धर्म को वैश्विक स्तर पर फैलाने के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलिया में रामेश्वर शिवालय की स्थापना से वहां के भारतीय समुदाय को आध्यात्मिक केंद्र मिलेगा, साथ ही स्थानीय समुदाय में भी भारतीय संस्कृति का प्रसार होगा।”
महाराज जी के साथ उनके परम भक्त शिष्य चैतन्य महाराज भी 15 दिनों के लिए ऑस्ट्रेलिया प्रस्थान कर रहे हैं। इस दौरान वे वहां के विभिन्न शहरों में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति से परिचित कराया जा सके।
यात्रा से पूर्व रामेश्वर आश्रम में एक विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। समाजसेवी नरेश शर्मा और कुलदीप शर्मा ने रामेश्वर आश्रम से माधव स्वामी प्रशांत के साथ मिलकर महाराज जी की आरती की और उनकी यात्रा की सफलता के लिए विशेष पूजन किया। इस अवसर पर आश्रम के भक्तों ने भी महाराज जी के मंगलमय यात्रा की कामना की।
स्वामी रामेश्वर सरस्वती महाराज की यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रसार में भी एक मील का पत्थर साबित होगी। ऑस्ट्रेलिया में रामेश्वर शिवालय की स्थापना से वहां के भारतीय समुदाय को आध्यात्मिक संतुलन मिलेगा, साथ ही स्थानीय समुदाय में भी भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।