
विजय सुब्रह्मण्यम,हरिद्वार
प्रयागराज,महाकुम्भ मे श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की छावनी मे अखाड़े के पंच परमेश्वर और संत महापुरुषों की उपस्थिति में सनातन धर्म में अखाड़ों की मर्यादा अनुसार विधि विधान से चादर तिलक कर संत मण्डल आश्रम के पीठाधीश्वर महन्त राममुनि महाराज, हरिद्वार कों महामंडलेश्वर बनाया गया। जिन पर संत महापुरुषों ने पुष्प वर्षा कर शुभकामनायें देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की।
प्रयागराज में महामंडलेश्वर बनाये जाने के बाद हरिद्वार प्रथम आगमन स्वामी राम मुनि पीठाधीश्वर सन्त मण्डल आश्रम ने हर की पौड़ी पर गंगा पूजन कर दुग्दाभिषेक किया।
गंगा सभा के पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा भी स्वामी जी का स्वागत किया गया।
भाजपा ओबीसी मोर्चा उत्तराखंड के अध्यक्ष राकेश गिरी ने कहा की संतों की वाणी में दिव्यता और शांति होती है, माँ सरस्वती का आशीर्वाद संतों के शब्दों में वास करता है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सन्दीप सिंहानिया ने कहा संतों का कथन सच्चाई, ज्ञान और भक्ति से ओत-प्रोत होता है, और यह सब माँ सरस्वती की कृपा से संभव होता है। वे अपनी वाणी से हमें सत्य की ओर मार्गदर्शन करते हैं,
भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम यही कामना करते हैं कि वे आचार्य जगदीश मुनि पूर्व विधायक हरिद्वार के पदचिन्हों पर चलकर अपने पद की गरिमा और जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे । उनका मार्गदर्शन सभी भक्तों के लिए प्रेरणादायक हो और उनका कार्य क्षेत्र समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
नवनियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी राममुनि महाराज ने कहा कि संत महापुरुषों द्वारा प्रयागराज महाकुंभ में मुझे जो उपाधि दी गई है। मैं सदैव उनका ऋणी रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं इस पद की गरिमा को बनाए रखूंगा और सभी संत महापुरुषों का सदा सम्मान करता रहूंगा।
इस अवसर पर नारायण मुनि, स्वामी रविन्द्र दास, स्वामी बालक दास, महन्त मुकेशानंद, संत सत्यपाल, जिला महामंत्री पवनदीप, रामजीलाल प्रजापति, सतीश आर्य, वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद मिश्रा,सुनील प्रजापति,ठाकुर वीरेंद्र सिंह,रामलाल प्रजापति, प्रदीप प्रजापति, बालकेश राजौरिया, हरिनाथ वर्मा, सर्वेश प्रजापति, अजय मलिक, रविन्द्र कुमार, विजय सिंह, रवि कश्यप, पवन, लाल सिंह, दयाराम सिंह, सुनील प्रधान, आदित्य प्रजापति, आदित्य गिरी, डॉ सतलेवाल,विनोद कुमार, सीताराम प्रजापति, बिजेन्द्र सैनी, कमल सैनी, रितेश शर्मा कटारपुर, अजय सिंह, संजय भगत, डॉ वीरेन्द्र नाथ,सुनील प्रजापति गिनना देवी, सुमित्रा देवी, मंजू, रेखा, संगीता प्रजापति, इत्यादि के संग अनेक संत महापुरुष और श्रद्धालु मौजूद रहे।