हरिद्वार: प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के शहर उपाध्यक्ष आशीष बंसल ने केंद्रीय बजट 2025 पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट गत वर्षों की तरह साधारण है और व्यापारियों को कोई विशेष राहत नहीं मिली है। उन्होंने विशेष रूप से नव पीढ़ी और मध्यम व्यापारियों के लिए इस बजट को निराशाजनक बताया।
आशीष बंसल ने कहा, “इस बजट में वरिष्ठ नागरिकों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन नव पीढ़ी और छोटे व्यापारियों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। 4 लाख से 8 लाख तक की आय पर कर दर को 2.5% करने की उम्मीद थी, जो कि नहीं किया गया। इससे छोटे व्यापारी और मध्यवर्गीय वर्ग के लोग निराश हैं।”
उन्होंने जीएसटी दरों में बदलाव पर भी निराशा व्यक्त की और कहा, “जीएसटी दरों में कोई राहत नहीं दी गई। हम जैसे माध्यम व्यापारी जिनके पास छोटे मार्जिन होते हैं, उनके लिए 12% जीएसटी बहुत अधिक है। इसके अलावा पीतल, तांबा और अन्य धातुओं पर 6% जीएसटी होना चाहिए था, जिससे व्यापारियों को राहत मिलती।”
बंसल ने यह भी कहा कि इस बजट में व्यापारियों के समक्ष बढ़ती लागत और जीएसटी की उच्च दरें चिंता का कारण बनी रहेंगी। उन्होंने सरकार से यह अपील की कि वह छोटे व्यापारियों के हित में इस दिशा में सुधार करें, ताकि उनकी परेशानियों का समाधान हो सके।
उन्होंने अंत में कहा कि यदि सरकार छोटे व्यापारियों और मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुए अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करती, तो यह व्यापारियों के लिए और अधिक कठिनाई का कारण बन सकता है।