लोक कल्याण के लिए अति महारुद्र यज्ञ जरूरी है : दिगम्बर खुशाल

बैरागी कैंप गंगा तट स्थित धुना के पास 41 दिन तक चलेगा अति महारुद्र यज्ञ
श्रद्धालुओं के लिए अखंड अन्न क्षेत्र भी प्रारंभ हुआ
हरिद्वार। कुंभ मेले के लिए धर्मनगरी में नागा संन्यासियों का आना प्रारंभ हो गया है। बैरागी कैंप स्थित गंगा तट पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के नागा संन्यासी दिगंबर खुशहाल महाराज का धुना स्थापित होने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए अन्य क्षेत्र भी शुरू कर दिया है। उनके पास विदेशी श्रद्धालु भी आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं।

पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के नागा संन्यासी दिगंबर खुशहाल महाराज ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय सनातन संस्कृति की पहचान है। कुंभ में गंगा स्नान के साथ ही तपस्या की जाती है। उन्होंने बताया कि हमने संकल्प लिया है कि 41 दिन तक लगातार अति महारुद्र यज्ञ का आयोजन किया जाएगा लोक कल्याण के लिए यह यज्ञ किया जा रहा है इसके साथ ही कुंभ मेला चलने तक श्रद्धालुओं के लिए अन्य क्षेत्र चलता रहेगा जिसमें श्रद्धालुओं के लिए भोजन और चाय की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि इसकी प्रेरणा उन्हें पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज से मिली है। दिगंबर खुशाल महाराज ने बताया कि राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में उनके आश्रम है। एक स्थान पर ठहकर तपस्या नहीं करते। देशभर में भ्रमण कर तपस्या करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कुंभ में श्रद्धालुओं के आने की छूट के बयान से उन्हें खुशी मिली है। इस अवसर पर सिद्धबली हनुमान मंदिर राज विहार के स्वामी आलोक गिरि, अवंतिका गिरि, अमित पुरी हरि राम कृपाल भारती, राम कुमार गिरी, पंडित शिव नारायण शर्मा आदि उपस्थित थे।