

प्राचीन हनुमान मंदिर हनुमान घाट पर ब्रह्मलीन बाबा विश्वनाथ पुरी महाराज की 34वीं पुण्यतिथि मनाई गई
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन बाबा विश्वनाथ पुरी त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। वह सिद्ध संत थे। उनका जीवन सदैव समाज कल्याण को समर्पित रहा।
उक्त उद्गार उन्होंने ब्रह्मलीन बाबा विश्वनाथ पुरी की 34वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के अवसर पर व्यक्त किए। उनकी पुण्यतिथि पर रामचरित्र का अखंड पाठ किया गया। इसके उपरांत हवन और श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्राचीन हनुमान मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचने पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का सिद्धपीठ प्राचीन हनुमान मंदिर के महंत रविपुरी महाराज ने स्वागत किया। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। ब्रह्मलीन बाबा विश्वनाथ पुरी साक्षात त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र रक्षा और धर्म रक्षा के लिए समर्पित किया। उनका आदर्श पूर्ण जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी है। ऐसे महापुरुषों को संत समाज सदैव स्मरण करता रहेगा। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि संतों का जीवन मानव सेवा एवं परोपकार के लिए समर्पित होता है। बाबा विश्वनाथ पुरी एक विद्वान एवं तपस्वी संत थे।
महंत रविपुरी महाराज ने कहा कि बाबा विश्वनाथ पुरी ने परंपरांओं का निर्वहन करते हुए समस्त देश में भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया। राष्ट्र निर्माण में उनका अतुलनीय योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। संतों के आशीर्वाद से ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है। इस अवसर पर अधिवक्ता गंगा शरण खन्ना,
विधायक मदन कौशिक, मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा, दिगंबर रघुवन, दिगंबर राजपुरी, अंकित पुरी, प्रवीण पुरी, एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, भाजपा नेता डॉ. विशाल गर्ग, भाजपा सप्तऋषि मंडल अध्यक्ष तरुण नैय्यर, सीओ ज्वालापुर शांतनु पराशर, हरकी पुलिस चौकी प्रभारी संजीव चौहान, पीके शर्मा, नरेश शर्मा, सुयस अग्रवाल, आशु वर्मा, पुष्पेंद्र शर्मा, सत्यम शर्मा, शुभम चौहान, पार्थ शर्मा, गोपाल कश्यप आदि उपस्थित रहे।