
देहरादून ( जतिन शर्मा ) देश के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक है कैलाश खेर , उन्होंने बॉलीवुड में सूफी को फिर से परिभाषित किया है । 9 अलग-अलग भाषाओं में 700 से अधिक गानों और 2 फिल्मफेयर पुरस्कारों के साथ , संगीत जगत में कैलाश खेर की सफलता का अंदाजा लगाया जा सकता है ।
करोड़ों संगीत प्रेमियों और युवा दिलों की धड़कन कैलाश खेर मंगलवार सुबह श्री भागीरथी धाम आश्रम की शाखा जाह्नवी में पहुँचे जहां उन्होने आश्रम में साधु संतों के दर्शन करते हुए आश्रम में साधु संतो के सम्मान में उन्होंने “आदि योगी” संगीत गाते हुए प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आश्रम में उपस्थित पंडित श्रीराम नारायण पाठक शास्त्रीय संगीतकार और गायक कैलाश खेर की मुलाकात हुई उन्होने कैलाश खेर को बताया की वह मल्लिक घराने से है । सूफी गायक कैलाश खेर ने संतो के बीच संगीत पर खूब चर्चा की ।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से आशीर्वाद लेने सांय काल कैलाश खेर परमार्थ निकेतन पहुंचे । परमार्थ निकेतन के ऋषिकुमारों ने वेद मंत्रों और शंख ध्वनि के साथ उनका दिव्य स्वागत किया ।
सूफी गायक कैलाश खेर ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग कर अपने पुराने दिनों को याद किया और पूर्व में गंगा तट पर बिताए हुए समय की दिव्यता को याद कर आनंदित हो गए ।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि संगीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि जीवन जीने का विज्ञान है । अपने भीतर प्रवेश करना और स्वयं के साथ संबंध स्थापित करने में संगीत अत्यंत मददगार है । हमारे भीतर विचारों का एक हिमालय है उससे पार जाने और शांति प्राप्त करने का सर्वोत्तम मार्ग है संगीत की साधना ।
परमार्थ निकेतन गंगा तट पर गंगा आरती में कैलाश खेर की सुरमई आवाज के जादू पर जमकर थिरके श्रद्धालु । स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के आशीर्वाद स्वरुप रुद्राक्ष का पौधा लोकप्रिय गायक कैलाश खेर को भेंट किया गया ।