रुदाभिषेक से होती है हर मनोकामना पूरी : केशवानंद

-महाशिवरात्रि पर हुई चार पहर की पूजा और रुदाभिषेक
हरिद्वार।
भोलेनाथ को रुद्राभिषेक अत्यंत प्रिय है। शिव पुराण में भी वर्णित है कि रुद्राभिषेक से शिव प्रसन्न होते हैं। इसमें शिव के सगुण व निर्गुण दोनों रूपों का वर्णन है। यह विचार महंत केशवानंद महाराज ने महाशिवरात्रि के अवसर पर गुरुवार की रात आयोजित चार पहर की पूजा व रुदाभिषेक के दौरान कही।
उत्तरी हरिद्वार स्थित श्री गरीबदास परमानंद आश्रम में महाशिवरात्रि पर रुदाभिषेक का आयोजन किया गया। इस दौरान रुद्रा-अष्टध्यायी के छह अंग रूपक, इंद्री, लघुरुद्र, महारुद्र, अतिरुद्र, और रुद्राभिषेक से शिव की पूजा की गई है। साथ ही पंडित मणिकांत झा मन्नौ बाबा बताते हैं कि भगवान शिव का षोड्शोपचार विधि से पूजन व गंगाजल, दूध, दही, शहद, नारियल पानी, गन्ना रस, इत्र व सुगंधित तेल, केशर युक्त दूध समेत अन्य वस्तुओं से अभिषेक किया गया।
इस मौके पर महंत केशवानंद महाराज ने कहा कि रुद्र दुखों का नाश करने वाले हैं। जगत के पालनहार हैं। वेद रूप में सबका कल्याण करने वाले हैं। भोलेनाथ का अभिषेक करने से सभी दुखों का निवारण होता है। इससे समस्त जग का कल्याण होता है। इस अवसर पर सविता धर्मपत्नी पंकज राठौड़, नीरू धर्मपत्नी मुकुल राठौड़, टिंकल धर्मपत्नी राहुल गिरि, कुसुमलता, बाला देवी, संजय, किरण राठौर, हार्दिक, मानसी, गोरा देवानंद, सुरेशसहवाग, नीरज, तेजपाल, रोहतास, विक्रम, हार्दिक, सुनील चड्ढा पानीपत, गीता वशिष्ठ आदि उपस्थित थे।