देहरादून ( जतिन शर्मा )
देश के प्रख्यात साहित्यकार और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के जनक रमेश पोखरियाल निशंक राजनेता के साथ देश के जाने माने साहित्यकार है ।
“विधायक उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में राजनीतिक सफर शुरू”
विधायक उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वाले डॉ निशंक मानव संसाधन विकास मंत्री , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं उनके साहित्य सृजन में राजनीतिक अभी आए नही आई है । वह 40 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं , उनके अब तक 15 कविता संग्रह , 17 कहानी संग्रह , 12 उपन्यास , 4 व्यक्तित्व विकास की पुस्तकें , 7 यात्रा वृतांत , 4 पर्यटन ग्रंथ , 3 डायरिया और संस्मरण है, 6 बाल साहित्य , 3 धर्म एवं संस्कृति पर आधारित साहित्य और 5 जीवनियां प्रकाशित हो चुकी है ।
“राष्ट्रीय कवि वह पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को दिया जाएगा राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त साहित्य सम्मान”
आपकी राष्ट्रभक्ति परख कविताओं की प्रशंसा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ• शंकर दयाल शर्मा ने की थी और पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रसाद विज्ञानिक डॉ• ए•पी•जे• अब्दुल कलाम ने निशंक को “हिमवंत का राष्ट्रीय कवि” कह कर संबोधित किया था । पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह , प्रतिभा पाटिल , प्रणब मुखर्जी , पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी , लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन तथा प्रख्यात साहित्यकार प्रो• रामदरश मिश्र , अशोक चक्रधर और अंग्रेजी लेखक रस्किन बॉन्ड भी उनके साहित्यिक योगदान की प्रशंसा कर चुके हैं । उत्तर प्रदेश के नवीनतम बीए पाठ्यक्रम में उनकी देश प्रेम की कविताओं को स्थान दिया गया है तथा विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में भी उनकी कविताएं पढ़ाई जा रही हैं ।
डॉ निशंक के साहित्य पर अनेक शोधार्थी पी•एच•डी• कर रहे हैं और कर चुके हैं ऐसे श्रेष्ठ साहित्यकार को वर्ष 2022 का राष्ट्रीय कवि मैथिलीशरण गुप्त साहित्य सम्मान दिया जा रहा है ।
“बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त साहित्य सम्मान समारोह”
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय हिंदी विभाग को राष्ट्रीय कवि मैथिली शरण शिक्षण संस्थान चिरगांव झांसी द्वारा इस वर्ष का राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त साहित्य सम्मान पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के जाने-माने साहित्यकार डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को 3 अगस्त को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में प्रदान किया ।
समारोह का कार्यक्रम शाम 6:00 बजे प्रारंभ हुआ इससे पहले बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के हिंदी विभाग तथा संत कबीर अकादमी लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में 3 अगस्त 2022 को कबीर के राम मैथिलीशरण गुप्त केराम विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रातः काल 11:00 से आयोजित उद्घाटन सत्र साईं काल 6:00 से आयोजित सम्मान समारोह तथा 4 अगस्त को अपहरण 1:00 बजे से आयोजित समापन समारोह में आयोजित किया गया है ।