
ऋषिकेश: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि कैंसर जैसी भयंकर बीमारी से बचने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूकता के अभाव में लोग झोलाछाप डॉक्टरों और झाड़ फूंक में पड़कर इस बीमारी से जकड़ जाते हैं और उन्हें चौथी पांचवी स्टेज में इस बीमारी का पता चलता है। तब तक काफी देर हो जाती है। लोगों कैंसर से बचने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा अपना इलाज करना चाहिए।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने आज ऋषिकेश में केएमसी अस्पताल का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में यमकेश्वर विधायक रेणुका बिष्ट और विधायक कनक धनई भी मौजूद रहे।
श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने केएमसी संस्थान के प्रमुख संस्थापक डॉ सुनील गुप्ता को शुभकामनाएं दी और कहा कि केएमसी अस्पताल खुलने से अब पहाड़ के निवासियों के साथ स्थानीय लोगों को लोगों को कैंसर का बेहतर इलाज मिल सकेगा। केएमसी अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी की गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को कैंसर जैसी बीमारी का पता जब चलता है जब वह चौथी और पांचवी स्टेज में पहुंच जाती है। इसलिए लोग झोलाछाप डॉक्टरों कोई दवा न लें और झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़े। कैंसर का पता चलते ही अच्छे अस्पताल में अच्छे डॉक्टरों से ही इलाज कराएं। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में बढ़ती झोलाझाप डॉक्टरों की संख्या पर भी चिंता व्यक्त की।
इस अवसर पर केएमसी संस्थान के संस्थापक डॉ सुनील गुप्ता ने कहा कि केएमसी सेंटर उत्तराखंड का एकमात्र ऐसा निजी संस्थान है जिसमें लोगों के लिए सेवा भाव से कैंसर का इलाज किया जाता है उन्होंने बताया कि उनके द्वारा उत्तर प्रदेश के कई पिछड़े गांवों को गोद लिया गया है और अब उत्तराखंड के भी पहाड़ी क्षेत्रों को गोद लेने की इच्छा है।