माँ गंगा के लिए हमारा जीवन समर्पित : संत युधिष्ठिरलाल

हरिद्वार। सप्तसरोवर स्थित शदाणी दरबार मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर संत युधिष्ठिरलाल ने ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद महाराज से भेंट की। गंगा आरती में शामिल हुए।

स्वामी चिदानंन्द महाराज ने कहा कि शदाणी दरबार द्वारा पाकिस्तान में हिन्दू तीर्थ यात्रियों को यात्रा कराना और शदाणी दरबार द्वारा वहां के मठ मंदिरों को बचाने का किया जा रहा प्रयास एक बहुत बड़ा काम है।

संत युधिष्ठिरलाल ने कहा कि परमार्थ की संजीवनी ले कर जाते हैं और पाकिस्तान में वह बूटी एक विशाल पेड़ का आकार लेती है। जिस के नीचे वहां रहने वाले हमारे हिन्दू भाई धर्म और अध्यात्म का आनंद लेते है।


संत युधिष्ठिरलाल महाराज ने स्वामी चिदानंन्द महाराज का आभार प्रकट किया। कहा कि स्वामी चिदानंद द्वारा पूरे विश्व में धर्म का प्रचार व प्रसार किया जाना एक सरहानीय कार्य है। शदाणी दरबार भी हर वर्ष माँ गंगा और सिंधु का मिलन कराता है।
स्वामी चिदानंन्द महाराज को कोरोना के बाद शदाणी दरबार द्वारा पाक से आने वाले हिन्दू तीर्थ यात्रियों को आश्रम में आने का न्योता संत युधिष्ठिरलाल को दिया। संत युधिष्ठरलाल ने उनको रायपुर (छत्तीसगढ़) स्थित अपने आश्रम में आने के लिए कहा। जिस पर उन्होंने कहा कि हम जल्द विश्व प्रसिद्ध शदाणी दरबार के दर्शन करेंगे।
शदाणी दरबार के सेवादार अमर शदाणी ने कहा कि शदाणी दरबार सदैव सेवा के प्रकल्पों के कार्य करता है। समाज के उठान के लिए अपनी सेवा देता है।