हरिद्वार।आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के आशीर्वाद से महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने संतो के साथ मिलकर प्रातः काल गंगा पूजन करने के उपरांत ब्रह्मलीन पद्म भूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज का जन्मोत्सव मनाया। इस अवसर पर ब्रह्मलीन गुरुदेव सत्यमित्रानंद गिरी महाराज की समाधि स्थल पर पूजनअर्चना की गई। आश्रम के विद्यार्थियों एवं आश्रम वासियों के साथ शंकराचार्य सभागार में गुरुदेव की चरण पादुका का पूजन कर महामंडलेश्वर ललितानन्द गिरी महाराज ने बताया कि परम पूज्य गुरुदेव का जन्म 19 सिंतबर, 1932 को आगरा में हुआ था।बचपन से ही स्वामी जी की रुचि संन्यास और अध्यात्म में थी। जिसकी वजह से उन्होंने अपना सांसारिक जीवन बहुत कम उम्र में त्याग दिया और संन्यासी बन गये। उन्होने बताया कि स्वामी सत्यमित्रा नन्द गिरि का जनमानस से विशेष जुड़ाव रहा।परम पूज्य गुरुदेव जी ने हरिद्वार में भारत माता मंदिर का निर्माण करवाया।उसी के साथ गुरुदेव जी का लगाव आदिवासी, वनवासी क्षेत्र के साथसाथ समस्त जनता के साथ निरंतर बना ही रहा। आगे बताया कि माता मंगला जी श्री भोले जी महाराज का भी परम पूज्य गुरुदेव जी के प्रति विशेष लगाव था और समय-समय पर चर्चाएं और भेंट किया करते थे।परम पूज्य गुरुदेव जी की विचारधारा हम सभी को प्रेरित करती है और हम सभी को सद् मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है जन्म दिवस के शुभ अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी श्री ललितानंद गिरी जी महाराज द्वारा अवधूत मंडल आश्रम हरिद्वार में “स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी” को सवा लाख रुपए देने की घोषणा की। जिससे साधु संतों एवं विद्यार्थियों एवं क्षेत्र की जनता का उपचार हो सके ।परम पूज्य गुरुदेव जी के जन्मदिवस पर समस्त देशवासियों को एवं समस्त भक्तजनों को महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि जी महाराज,श्री भोले जी महाराज,माता मंगला जी एवं समस्त आश्रम वासियों की ओर से सभी को शुभकामनाएं। इस अवसर पर आगे बताया कि श्री जी ने बताया कि देश के विकास में भोले जी महाराज व माता मंगला का अहम योगदान रहता है। हंस फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन,जल संरक्षण व रोजगार समेत संपूर्ण देश में कार्य कर रहा है। इसके अलावा आवश्यकतामंद,असहाय लोगों के लिए कई कल्याणकारी संचालित की जा रही हैं। फाउंडेशन कार्यों का सीधा फायदा जनजन तक को मिल रहा है।उन्होंने कहा कि श्री भोले जी महाराज और माता मंगला जी के जीवन संघर्ष और उनकी सेवा भाव की विचारधारा हम सभी को प्रेरित करती है। उनका जीवन असहाय एवं आवश्यकता मंद लोगों की निस्वार्थ सेवा में समर्पित है।इस अवसर पर साध्वी बालव्रती गीता योगी साध्वी,सुनीता ,भारत माता मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित कृष्णा आचार्य जी,स्वामी जगदीशानंद जी, पुष्कर राज जी (केशव महाराज),हरिहर जोशी जी,बजरंग द्विवेदी ,हेमलता नेगी,आलोक यादव ,परशुराम जी,कृष्ण कुमार जी,पं प्रवीण शर्मा जी मोनू शुक्ला, सभी विद्यार्थी और समस्त आश्रमवासी,सभी भक्तजन उपस्थित रहे।