

हनुमान घाट पर ब्रह्मलीन संतों को श्रद्धांजलि दी
हरिद्वार। प्राचीन हनुमान मंदिर के महंत रविपुरी महाराज ने कहा कि निरंजनी अखाड़ा के संतों का ब्रह्मलीन होना अपूरणीय क्षति है। जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
उक्त बातें उन्होंने हनुमान घाट पर कोरोना से ब्रह्मलीन हुए पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के संतों को गंगा में पुष्पांजलि अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने के दौरान कहीं। वहीं स्थानीय लोग व महंत रविपुरी ने भारतवर्ष में कोरोना के कारण असमय मृत्यु होने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की। महंत रविपुरी महाराज ने कहा कि कोरोना से ब्रह्मलीन हुए संतों की आत्मा की शांति और कोरोना से मुक्ति के लिए भी प्रार्थना की गई। नवीन कुमार व सचिन कुमार ने कहा कि संतों के निधन से अखाड़े को जो क्षति हुई है। उसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता। निधन चाहे संत का हो या आम व्यक्ति का। समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। इस विकट संकट में सभी को सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। भगवान से ज्यादा से ज्यादा प्रार्थना करें कि इस संकट से जल्द देश को उबार दे। श्रद्धांजलि देने वालों में अंकित पुरी, पंडित राजीव डंडरियाल, नवीन कुमार, सचिन कुमार, अर्जुन कश्यप, भारत भूषण आदि उपस्थित रहे।