हरिद्वार। दशहरे का पर्व शुक्रवार को धर्मनगरी हरिद्वार ओर आसपास के क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान जगह-जगह दशहरे का मेलों का आयोजन किया गया।
रावण वध की रामलीला के मंचन के साथ जब भगवान राम रूपी कलाकारों ने रावण के पुतले में आग लगाई तो अहंकार का प्रतीक रावण धू धू कर जल उठा। कई स्थानों पर रावण के साथ ही मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी दहन किए गए। सबसे ज्यादा आकर्षण हरिद्वार की भीमगोडा का रहा। जहां शानदार आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया।
शाम को राम रावण के बीच युद्ध हुआ। इससे पहले अहिरावण ने भगवान राम और लक्ष्मण का अपहरण कर लिया। और उन्हें पताल लोक ले जाने लगे। हनुमान ने अहिरावण का वध किया। उसके बाद विभीषण के बताए अनुसार भगवान राम ने रावण का वध किया। रात 8:30 बजे पुतले में आग लगाई गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया गया।
संस्था के अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दशहरे मेले का आयोजन हुआ। महामंत्री पवन कुमार, डायरेक्टर लखन लाल चौहान, प्रमोद घिल्डियाल, सुशील कंडवाल, हरिमोहन वर्मा समेत अन्य लोगों ने पूरा सहयोग किया। राम का अभिनय हरीश भट्ट, लक्ष्मण का सागर जोशी, सीता का प्रसाद शर्मा, हनुमान का शुभम नौटियाल रावण का रिंकू ने किया।