कल्याणकारी होती है भगवान शंकर की पूजा : श्रीमहंत रविंद्रपुरी
नागपंचमी पर पशुपतिनाथ मंदिर में किया रुद्राभिषेक
विश्व कल्याण एवं कोरोना से मुक्ति की कामना की
हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव एवं श्री श्रवणनाथ मठ के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शंकर की पूजा कल्याणकारी है। शिव पूजा का श्रावण मास में विशेष फल की प्राप्ति होती है। नाग देवता के पूजन का त्योहार, नाग पंचमी सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मानाया जाता है। विशेष रूप से नागों की पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में प्राचीन काल से नागों की पूजा का विधान है।
उक्त बातें उन्होंने श्रवणनाथ मठ स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में पशुपतिनाथ महादेव के रुद्राभिषेक के दौरान कहीं। ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चार के बाद रुद्राभिषेक करते हुए भगवान शिव से विश्व कल्याण और सुख समृद्धि की कामना की। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि शिव के नाम का जीवन में एक बार भी स्मरण करने से जन्म- जन्मांतर के पापों को क्षय होता है। श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्त्व होता है। भगवान शिव के पूजन और रुद्राभिषेक से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। श्रावण मास में भगवान शिव अपने ससुराल आए थे। जहां पर उनका अभिषेक करके धूमधाम से स्वागत किया गया था। इस वजह से भी सावन माह में अभिषेक का महत्व है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की कृपा से देश शीघ्र कोरोना से मुक्त होगा। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि श्रावण माह की पंचमी तिथि को नाग देवताओं के पूजन के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। नाग पंचमी महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह पर्व श्रावण मास की शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है। सर्पों को अर्पित किया जाने वाला कोई भी पूजन, नाग देवताओं के समक्ष पहुंच जाता है। इस अवसर पर दिगंबर रघुवन, महंत रविपुरी, संदीप अग्रवाल, प्रतीक सूरी, सुंदर राठौर आदि उपस्थित थे।