हरिद्वार
प्रकृति का पर्व है हरेला: श्रीमहंत रविंद्र पुरी

- हरेला पर्व पर बिल्केश्वर मंदिर व आसपास के जंगल में लगाए पौधे
- श्रीमहंत ने सनातन धर्म में बताया पौधारोपण का विशेष महत्व
हरिद्वार: मंसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि हरेला प्रकृति का पर्व है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में पौधारोपण का विशेष महत्व है। - श्रीमहंत ने हरेला पर्व के उपलक्ष में शुक्रवार को एचआरडीए के सचिव डॉ ललित नारायण मिश्र के साथ मिलकर बिल्केश्वर महादेव मंदिर परिसर और आसपास के जंगल में औषधीय पौधों का रोपण किया।
श्रीमंत रविंद्र पुरी ने हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रकृति हमें अन्न-जल, धूप-छांव सब कुछ देती है, इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि पौधारोपण कर पर्यावरण का संरक्षण करें। एचआरडीए की पौधारोपण योजना की सराहना करते हुए श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि प्राधिकरण के सचिव डॉ ललित नारायण मिश्र हरिद्वार में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। वहीं डॉ ललित नारायण मिश्र ने कहा कि श्रीमहंत रविंद्र पुरी का आभार जताया।- उन्होंने कहा कि श्रीमहंत संकटकाल में हरिद्वार व उत्तराखंड वासियों के लिए देवदूत साबित हुए हैं। हरेला महोत्सव के अवसर पर हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम के द्वारा 40 बेल और 5 बड़ के पौधे लगाए गए।साथ ही साथ ही टी गार्ड भी लगाए गए जिससे पौधों की सुरक्षा बनी रहे
पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान
दिगंबर बलबीर पुरी,दिगंबर पुनीत पुरी,दिगंबर सुधीर पुरी
उद्यान अधिकारी ए. आर .जोशी, एचआरडीए तहसीलदार मंजीत सिंह,उपस्थित रहे।