
हरिद्वार/रुड़की। रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र स्थित कुमराडा गांव में उस वक्त विवाद हो गया। जब ग्राम समाज की भूमि पर कुछ लोगों के धार्मिक मूर्तियां स्थापित कर उसे कब्जाने का प्रयास किया जा रहा था। गांव में पुलिस और प्रशासनिक की टीम पहुंची तो ग्रामीणों ने हंगामा करते ह टीम पर ही हमला बोल दिया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को तितर भितर किया।

ग्रामीणों की शिकायत पर अपर तहसीलदार सुरेश कुमार सैनी ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कानूनगो व लेखपाल से रिपोर्ट तलब की। जिसमें सामने आया कि उक्त भूमि तालाब की है। उस पर कुछ ग्रामीण धार्मिक मूर्तियां स्थापित कर वहां भवन निर्माण का कार्य करने की फिराक में है। मामला तूल पकड़ता, इससे पहले ही एएसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार सुरेश कुमार सैनी पुलिस टीम, कानूनगो व लेखपाल के साथ गांव में पहुंचे।

ग्रामीणों से अपील करते हुए उक्त स्थल को स्वयं हटाने की बात कही। लेकिन ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए प्रशासनिक टीम पर ही हमला कर दिया। जिसमें महिला दरोगा के साथ ही सिपाही व जेसीबी चालक भी गंभीर रूप से चोटिल हो गए। इसके बाद अन्यत्र थानों से पुलिस बल बुलाया गया। मौके से धार्मिक मूर्तियों को हटवाकर वहां जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। इसके बाद ग्रामीणों को उग्र होता देख प्रशासन ने उन्हें निर्देशित किया कि नियमानुसार ही यहां भवन का निर्माण किया जा सकता है। वह इसके लिए कानूनी प्रक्रिया अमल में लाएं। उसके बाद ही मंदिर की स्थापना कर सकते हैं। इस घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। वहीं भारी पुलिस बल भी गांव में शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए तैनात किया गया है। घटना की जानकारी पाकर एएसडीएम पूरण सिंह राणा व सीओ पंकज गैरोला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे ओर लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की। जबकि घायलों में महिला एसआई ललिता, जेसीबी चालक रकम सिंह व सिपाही पवन पुंडीर का उपचार चल रहा है।