हरिद्वार/विजय सुब्रह्मण्यम
हरिद्वार में मेयर पद की ओबीसी श्रेणी में आरक्षण होने के बाद से इस सीट को लेकर दावेदारों की संख्या बढ़ने लगी है। इस बार भाजपा के नेताओं के बीच मेयर पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। भाजपा नेता सुमित चौधरी की पत्नी दिव्या चौधरी ने भी इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
दिव्या चौधरी ने हरिद्वार से मेयर पद के लिए अपनी दावेदारी को औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया। दिव्या ने अपने राजनीतिक परिवार और समाज के लिए किए गए कामों को सामने रखा, और पार्टी से मेयर पद की उम्मीदवारी मांग की
दिव्या चौधरी के पति सुमित चौधरी पूर्व में भाजपा से पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं, और उनका परिवार राजनीति में काफी सक्रिय रहा है। दिव्या के पिता भी राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुके हैं और समाज में उनके योगदान को लेकर एक अच्छा प्रभाव है। उनके इस परिवारिक अनुभव और राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखते हुए दिव्या की दावेदारी को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस बीच, भाजपा में मेयर पद के लिए और भी दावेदार सामने आ सकते हैं, क्योंकि ओबीसी सीट पर आरक्षण के बाद कई लोग अपनी उम्मीदवारी जाहिर कर रहे हैं। पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर चर्चा जारी है, और इस बात को लेकर भी विचार किया जा रहा है कि किस उम्मीदवार को मेयर पद के लिए सबसे अधिक उपयुक्त माना जाएगा।
दिव्या चौधरी ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए यह भी कहा कि यदि उन्हें भाजपा से टिकट मिलता है तो वे हरिद्वार के विकास के लिए काम करेंगी और जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करेंगी। उनका उद्देश्य नगर निगम को स्वच्छ, सुसंगठित और समृद्ध बनाना है, ताकि हरिद्वार के लोग एक बेहतर जीवन जी सकें।
इस प्रकार, हरिद्वार में मेयर पद के लिए मुकाबला तेज होता जा रहा है, और दिव्या चौधरी के नेतृत्व में भाजपा को एक नया चेहरा मिल सकता है। अब देखना होगा कि पार्टी किसे उम्मीदवार के रूप में चुनती है।