हरिद्वार 8 जून
उत्तराखंड शासन के प्रमुख सचिव मीनाक्षी सुंदरम एवं जिलाधिकारी हरिद्वार धीरज गबाल ने अखाड़ों के श्री महंतो से कोरिडोर के संबंध में की मुलाकात वही शनिवार को श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल कनखल हरिद्वार आकर निर्मल पीठाधीश्वर श्री महंत ज्ञान देव सिंह महाराज एवं कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया दोनों अधिकारियों के साथ उत्तराखंड शासन के प्रमुख अधिकारियों का दल भी सम्मिलित था।
प्रमुख सचिव एवं जिलाधिकारी द्वाराउत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित हरिद्वार कॉरिडोर के संबंध में
श्री महंत ज्ञान देव सिंह महाराज कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री एवं श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल काअभिमत एवं सुझाव सहयोग लिया गया।
तथा उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रस्तावित हरिद्वार कॉरिडोर की संबंध में व्यापक चर्चा की गई
निर्मल पीठाधीश्वर श्री महंत ज्ञान देव सिंह महाराज
द्वारा दोनों प्रमुख अधिकारियों को
अखाड़े एवं संतों की राय से अवगत कराया गया।
श्री महंत ज्ञान देव सिंह द्वारा तीर्थ नगरी हरिद्वार में यात्रा सीजन एवं विशेष स्नान पर्वों पर तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या के मध्य नजर क्राउड मैनेजमेंट के ऊपर ध्यान देने की आवश्यकता बताई गई।
एवं हरिद्वार कॉरिडोर जैसी विशेष परियोजनाओं के संदर्भ में
तीर्थ नगरी हरिद्वार की नागरिक समाज की सभीअंगों से
चाहे संत समाज व्यापारी वर्ग तीर्थ पुरोहित समाज अथवा सामाजिक कार्यकर्ता स्ट्रीट वेंडर सभी से सर्वसम्मति की राय बनाकर इस योजना कोक्रियान्वित करने की बात कही गई
श्री महंत ज्ञान देव सिंह ने कहातीर्थ नगरी हरिद्वार का कायाकल्प सौंदरीकरण हेतु ऐसी योजनाएं नितांत आवश्यक है।
लेकिन उसमें किसी वर्ग का अहित नहीं होना चाहिए
उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार सराहनीय काम कर रही है
और संत समाज जनहित के कार्यों में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने दोनों अधिकारियों को अवगत कराया की
सरकार जो भी योजना प्रस्तावित अथवा क्रियान्वित करें
उसमें हरिद्वार की सभी वर्गों की सहमति सुझाव और समर्थन अवश्य लें ताकि तीर्थ नगरी हरिद्वार एक विश्व स्तरीय मानकों पर खरा वाला नगर बन सके।उन्होंने प्रमुख सचिव जिलाधिकारी शॉल एवं अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया। इसअवसर पर महंत अमनदीप सिंह,महंत निर्भय सिंह एसडीएम हरिद्वार,सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान,डॉक्टर नरेश चौधरी आदि कई प्रशासनिक अधिकारी सम्मिलित थे।