रामानंद इंस्टीट्यूट में छात्रों के सिर चढ़कर बोला “निरंजनी” का जादू, प्रस्तुतियों ने मचाया धमाल
– शिक्षा के साथ-साथ रचनात्मक गतिविधियों में भी आगे है रामानंद इंस्टीट्यूट के छात्र: श्रीमहंत रविंद्र पुरी
– देश के नामचीन संस्थानों में कार्य कर छात्र दे रहे राष्ट्रहित में अपना योगदान: वैभव शर्मा
हरिद्वार: रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट में रविवार को आयोजित वार्षिक स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कार्यक्रम “निरंजनी” का छात्रों के सिर चढ़कर बोला। इंस्टीट्यूट के हरफनमौला छात्रों ने गणेश वंदना के बाद नृत्य की श्रृंखलाओं में गढ़वाली, साउथ इंडियन, गंगघोर और लोहरी डांस में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर ऐसा समां बांधा कि “मिनी भारत” मंच पर उतर आया। दुर्गा पूजा, शिव बारात, सती मंचन, ताड़कासुर वध और शिव आरती की भक्तिमय प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।
रामानंद इंस्टीट्यूट व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित वार्षिक समारोह निरंजनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के तौर पर गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव शातांशु, विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट, एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्रबंध समिति के सदस्य आर.के.शर्मा, डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा और एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा व प्रबंध समिति की सदस्य एकता सूरी ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वैभव शर्मा अतिथियों को बुके देकर किया स्वागत किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा दिखाने वाले छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्द्धन करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राएं शिक्षा के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी पूरे उल्लास के साथ प्रतिभाग करते हैं। जिससे उनकी प्रतिभा में निखार आता है और व्यक्तित्व का विकास भी होता है। मुख्य अतिथि गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव सतांशु ने कहा कि छात्र जीवन में हमारे पास अलग-अलग विधाओं में खुद को पारंगत करने का अवसर होता है। रामानंद इंस्टीट्यूट छात्रों की शिक्षा के साथ उनकी प्रतिभाओं को निखारने का कार्य भी उच्च मानदण्डों के आधार पर कर रहा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जीवन में किस ऊंचाई तक पहुंचेगा, यह है छात्र जीवन में ही तय हो जाता है। बेहद खुशी की बात है कि रामानंद इंस्टीट्यूट छात्रों को आने वाले भविष्य के लिए नई दिशा देने का कार्य कर रहा है। श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट ने भी छात्र-छात्राओं की प्रतिभा और अनुशासन की सराहना की और इसके लिए पूरे इंस्टीट्यूट प्रबंधन को साधुवाद दिया। संस्थान की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट पेश करते हुए रामानंद इंस्टीट्यूट के निदेशक वैभव शर्मा ने कहा कि संस्थान से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं विभिन्न क्षेत्र में कामयाबी के फलक पर चमक रहे हैं। हमारे छात्र आज राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में कार्य करते हुए देश हित में अपना योगदान दे रहे हैं। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट ने शानदार प्रस्तुतियां की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी कर रहा है। एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय प्रस्तुतियों में छात्रों की प्रतिभा को आसमान पर पहुंचा दिया है। इस दौरान डॉक्टर बत्रा ने एआरओ के तौर पर मतदान की शपथ भी दिलाई। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने कहा कि श्रीमान प्रर्मेंद्र पुरी की महिमा है कि उन्होंने शिक्षा के साथ इतनी भक्ति और आध्यात्मिक से ओत प्रोत प्रस्तुतियां कार्यक्रम में दी गई हैं। ऐसा नहीं लग रहा था कि यह फार्मेसी या मैनेजमेंट के छात्र हैं, बल्कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के मंझे हुए कलाकारों की तरह प्रस्तुतियां दी हैं। कार्यक्रम के दौरान अलग-अलग धमाकेदार प्रस्तुतियों पर पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में निदेशक वैभव शर्मा, आरए शर्मा, डॉ मयंक गुप्ता, मनुज उनियाल, सूरज राजपूत, सचिन विश्नोई, कुसुम, प्रियंका, शिल्पा गिरी, अश्वनी जगता, नवीन धीमान, अंकित, अमित, हिमानी, हिमांशु, कविता, कोमल रक्षिता, डॉ रोहित, विवेक, संदीप संगीता, शिव, श्वेता, मंजीत, अनुराधा, कनिष्का, प्रज्वल, शगुन, विश्वजीत, पवन, निशि, संजय, सौरभ, शिखा, शिवांगी, दीपल, तुबा, सुशील, कृतिका, भाग्यलक्ष्मी, तरन्नुम, निकिता, पूजा, आशु, सचिन, राहुल, श्रुति, मनविंदर, सोनम, चांदनी, निकिता, आरती, नेहा, मोनिका, प्रियांशु, सोनम, गरिमा, नीतू, हेमंत, बलराम ने योगदान रहा। मनीषा, वैभव भटनागर, मीनल का विशेष सहयोग रहा।
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इन्होंने मनवाया प्रतिभा का लोहा
गणेश वंदना में हर्षिता, जहान्वी राजपूत, रतना, शशि, अंशिका मिश्रा, खुशी धीमान, दीक्षा यादव, चित्रा सिंह, कामिनी शर्मा, वंशिका, श्रेया, अंशिका, शालिनी, कनिका, अंचल, अंजलि पाल, कनिष्का, जहान्वी, प्रिया, अंजकी कश्यप ने भाग लिया। पहाड़ी डांस में मनीषा, स्वाति, अर्पिता, अदिति, प्रीति, देव, निहारिका, शानू, लारन्या, चन्द्र प्रकाश, रजत, केशर, वीरेंद्र, श्रीराम, प्रथम, सचिन और साउथ डांस में रितिका, राशि, प्रियंका, मुस्कान, स्वकृति, हिमांशी, गौरव ने प्रस्तुति दी। जबकि दुर्गा पूजा में सिया, खुशी, पल्लवी, हर्षिता, मानसी, कणिका, वर्णिका, शालिनी, प्रियांशु, रितिक, यविका और गंगघोर डांस में विशाखा, निहारिका, रिया, रिधिमा, निधि, दीपांशी, मुस्कान, निधि व बिहू डांस में अंशु, कशिश, महिमा, अंशिका, रिमझिम, कल्पना, राजनंदनी, आरुषि और लोहरी डांस में अन्नू भारती, विनोद, साहिल, विहाव, अखिलेश, अंकित, भव, विभोर, अनमोल और ख़ुशी ने भाग लिया। भगवान शिव की एंट्री (वीरभद्र एक्ट ) में खुशबू, कृतिका, अफशा, दीक्षा, अंशिका, विनीत, शुबहा धीमान, हर्ष, सार्थक, लक्षित, कार्तिक, शिवम्, हिमांशु, प्रिंस, शिवानी, अमन सिंह गौर व सती मंचन में विशाखा, ख़ुशी, सृष्टि, भूमिका, नंदनी, श्रेया, तेजस व शिव बारात में मुकुल तोमर, दीपांशु, फ़राज़, नौशाद, अमन सिंह, कनिष्का, श्रेया, सृष्टि, ऋषि, शिवम्, हर्ष कपिल, रिया पाल, उदय, प्रिंस, रोहित खत्री, शशांक, सचिन, कृष्णा, विशाल, अनुराग, हर्ष, कृष्णा, सनी, प्रियांशु, प्रिंस मिश्रा, भुवन शर्मा, अंकित, कार्तिक, उज्जवल ने हुनर दिखाया। इसी तरह ताड़कासुर मंचन में अनमोल सिंह, रोहन, अंशुल शर्मा, प्रशांत कुमार,अचीट्या, तनु चौहान, अभय प्रताप, अंकुर, हमाज़ा कशिश, तोहिद, सोहन, रिया, वैभव व पार्वती तपस्या में पूर्णिमा, भूमिका, ख़ुशी, नंदनी, सृष्टि, प्रिया, श्रेया, सिमरन, विशाखा, शिक्षा, जहान्वी प्रतिभाग किया।