उत्तराखंडहरिद्वार

गोबिंदगढ़ धर्मशाला में धूमधाम से मनाया कृष्णावतार नंदमहोत्सव


: श्रीमद् भागवत कथा में हुआ कृष्णावतार नंदमहोत्सव का आयोजन


हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार स्थित मंडी गोबिंदगढ़ में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कृष्णावतार नंदमहोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण अवतार होते ही महिलाएं खुशी से झूम उठी और पूरा माहौल कृष्ण मय हो गया। श्रीमद् भागवत कथा प्रवक्ता देवी चित्रलेखा ने कृष्ण जन्म की कथा सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। कान्हा के जन्म के साथ कथा स्थल में नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की नंदलाल प्रकट भये आज बिरज में लाडुवा बंटे जैसे भजनों पर श्रद्धालु झूमने पर मजबूर हो गए।


कथा प्रवक्ता देवी चित्रलेखा ने कृष्णावतार और नंद महोत्सव का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के जन्म लेते ही योगमाया की प्रेरणा से कारागार खुल गया। भगवान ने इस धरा को दुष्टों से मुक्त कराने के लिए इस धरती पर जन्म लिया। नंद उत्सव का भी वर्णन किया गया। उन्होंने बताया कि जब तक भगवान श्रीकृष्ण वृंदावन में रहे तब तक भगवान श्रीकृष्ण ने चरण पादुका धारण नहीं की। एक बार मैया यशोदा ने कृष्ण से कहा कि कृष्ण तुम नंगे नंगे पैरों गौ चारण के लिए वन में जाते हो, तुम्हारे पैरों में कंकड़ पत्थर काटे चुभ जाएंगे। तुम चरण पादुका पहन लो, तब कृष्ण ने अपनी मैया यशोदा से कहा कि मैया मेरी गौ माता नंगे नंगे पैरों चलती है यदि तुम मेरी गौ माता को भी
चरण पादुका पहनाओ तो मैं भी चरण पादुका पहन लूंगा। मैया यशोदा नंद बाबा के पास नौ लाख गौ माता थी ना ही मैया यशोदा नौ लाख गौ माता को चरण पादुका पहना पाई और ना ही कन्हैया ने चरण पादुका धारण की। कृष्णा ने हमेशा गौमाता को अपना इष्ट अपना आराध्य मानकर सेवा की। मंडी गोबिंदगढ़ धर्मशाला के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने बताया कि युवा पीढ़ी को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। कथा में बताए गए मार्ग पर चलकर जीवन के सही मार्ग को प्रशस्त करना चाहिए।

कथा में
मुख्य यजमान अशोक कुमार गुप्ता,प्रभा गुप्ता,दीपक गुप्ता, श्रीप्रा गुप्ता,रामजी,जगदीश स्वरूप,राज गोयल, कृष्णा गोयल,भूषण गोयल,पवन कौशिक,राजेश गुप्ता,सुनीता गुप्ता,पवन कौशल,नीलम कौशल,निशा केवल गुप्ता ,सुनीता, राकेश गुप्ता, बाला,पवन सचदेवा रमा अग्रवाल, मीनाक्षी गुप्ता,आशीष दत्त आदि मौजूद रहे।

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