वासन्ती उल्लास में श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी:देखे वीडियो
–भोर से शुरू हुआ कुम्भ मेला में वसन्त पंचमी का स्नान
हरिद्वार।
वासन्ती उल्लास में श्रद्धालु हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। भोर से शुरू हुए स्नान के क्रम में फिलहाल पिछले स्नानों की अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या कम है। इसके बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पुलिस प्रशासन की ओर से किये गए हैं।
मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या के बाद वसंत पंचमी स्नान को लेकर श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण की आशंकाओं के बीच श्रद्धालु कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सुबह से ही हल्की ठंड के बीच आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। हर की पैड़ी के अलावा आसपास के घाटों पर वासंती उल्लास के बीच श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। सभी घाट गंगा मैया के जयकारों से गुंजायमान है। श्रद्धालु मैया से सुख-शांति और समृद्धि की कामना कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार राज्य सरकार के निर्देशों के अनुपालन में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की रैपिड एंटीजन जांच कराई जा रही है। अभी घाटों पर श्रद्धालुओं की संख्या कम है। वहीं पुलिस लगातार गंगा घाटों पर भीड़ न जमा हो इसके लेकर भी सतर्क नजर आ रही है। मेलाधिकारी दीपक रावत भी सुबह 10 बजे से हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों का निरीक्षण करेंगे।
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श्री निरंजनी अखाड़े के सचिव व मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने बताया कि विद्या की देवी सरस्वती का जन्मदिवस वसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। यह पर्व भारत के साथ-साथ पश्चिमोत्तर बांग्लादेश और नेपाल में भी धूमधाम से मनाया जाता है साथ ही विश्वभर में जहां भी भारतीय बसे हैं, इस पर्व को पूरे विधि-विधान से मनाते हैं। यह पर्व माँ शारदे की उपासना और उनकी असीम अनुकम्पा अर्जित करने का भी अवसर है। यह भी माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन ही सिख गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था।