
श्रीमहंत लखन गिरी त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे:श्रीमहंत रविंद्रपुरी
कोरोना संक्रमित होने पर एम्स ऋषिकेश में किया गया था एडमिट
हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के श्रवणनाथ मठ के अध्यक्ष एवं एसएमजेएन पीजी कॉलेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीमहंत लखन गिरी महाराज ब्रह्मलीन हो गये। कोरोना से संक्रमित होने के कारण उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। जहां उन्होंने बुधवार की शाम को अंतिम सांस ली।
95 वर्षीय श्रीमहंत लखन गिरी महाराज को 10 दिन पूर्व स्वास्थ्य खराब होने के कारण जगजीतपुर स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। ज्यादा तबियत बिगड़ने पर उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था।जहां उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। ऋषिकेश एम्स में बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शौक की लहर दौड़ गई। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने बताया कि वह अखाड़े के वृद्ध संत व अच्छे संत थे। जिनके ब्रह्मलीन होने से अखाड़े को बहुत ही क्षति पहुंची है। श्रीमहंत लखन गिरी त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। उनकी कमी हमेशा खलेगी।