अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी समेत कई संतो के साथ नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में होगे शामिल
हरिद्वार।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज,महंत ऋषिश्वरानंद,शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर डॉक्टर संत युधिष्ठिर लाल शदाणी आदि देश के कई संत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर आशीर्वाद शुभकामनाए देगे।दिल्ली जाते वक्त अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि भारत के शिखर पुरष, जिनका एक एक क्षण, मां भारती की सेवा में समर्पित है ऐसे हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी जी आज 09 जून 2024 को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ सायं 07 :15 पर लेने जा रहे हैं।मां भगवती मनसा देवी व भगवान केदारनाथ का आशीर्वाद सदैव बना रहे।उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति और धर्म में प्रधानमंत्री की अहम भूमिका है वे सनातन संरक्षक प्रधानमंत्री है उनके कार्यकाल में भारत ही नही अपितु विश्व में सनातन का विदेश में भी डंका बजेगा और भारत विश्व गुरु बनेगा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आर्थिक, रक्षा,विकास और सनातन में मजबूत हुआ है।उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर का शिलान्यास और 370 हटाना भारत के सनातनियों के लिए गौरव के क्षण रहे हैं इसीलिए हम सब आज उन्हें आशीर्वाद देने दिल्ली पहुंच रहे हैं।
महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में भारत का शासन निश्चित तौर पर सनातन के लिए बहुत ही आवश्यक है आज की परिस्थितियों में भारत वासियों व सनातन को मानने वालो के सम्मान को कोई सुरक्षित रख सकता है तो वो केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है।
इस मौके पर भारत साधु समाज के महामंत्री महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा की भारत में रामराज की जो परिकल्पना हम सभी लोगों ने सुनी हैं उसकी वास्तविक रूप देने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में हो रहा है रामराज स्थापित करने के लिए एवं सनातन संस्कृति को पूरी दुनिया के सामने एक विजन और मिशन लेकर चल रहे है।
शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर डॉक्टर संत युधिष्ठिर लाल शदाणी ने कहा कि वह तीसरे कार्यकाल में भी देश को विकसित भारत के सपने को साकार करते हुए विकास के पद पर ले जाएंगे हमारा धर्म सद्भाव पर चलने को कहता है और इसी को ध्यान में रखकर नरेंद्र मोदी ने सबका साथ और सब का विकास का नारा दिया है।